मध्यप्रदेश में आज शक्ति परीक्षण होने पर संशय के बादल!
विधान सभा अध्यक्ष ने कार्य सूचि में शक्ति परीक्षण का नहीं किया उल्लेख
गुजरात के पांच कांग्रेसी विधायकों ने दिया इस्तीफा, हो सकता है एकरास सीट का नुकसान
नई दिल्ली। काग्रेस के समय मध्य प्रदेश सरकारको लेकर उत्पन्न संकट अभीवल हीरहाव कि भाजपाने गुजरात में कांग्रेस कोदूसराकराराझटकादेदिया। राज्यसभा के चुनाव से ठीकपहले गुजरात विधानसभ केपाच विवायकों ने इस्तीफा देकरपरीको नये संकट में डाल दिया है। इससे राज्यसे पार्टी को राज्यसभा की एक सीट का नकसनहो सकता है। दूसरी ओरवहाज रहा है कि मध्य प्रदेश में सेमवार को होने वाले शक्ति परीक्षणपर संशय के बादल गये हैं। क्योंकि विधान सभा अध्यक्ष ने विधान सभा की कार्य सवि में केवल राज्यपालके अभिभाषण काहीजीक किय है और शक्तिपरीक्षणके विषय मेछनही लिखा है। इसलिये शक्ति परीक्षण होन मुश्किल दिखाई देता है।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने राज्य के मुख्यमंत्री कमलनायसे सोमवार को शक्ति परीक्षण करने का निर्देश दिया है। इससे राज्य मेहलचलतेज हो गई है। शक्ति परीक्षण में भाग लेने के लिए कांग्रेस के 82 विधायक जयपुर से भोपाल पहुंच गये है।काग्रेस के छह विचायको का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। इसके अलावा राज्य में दो विधायकों के स्थान रिक्त चल रहे हैं। काग्रेसके बागी नेताज्योतिरदित्य सिनिया के समर्थक 16 विधायक बैगलूर में हैं, जिनको रविवार तक भेपाल पहुंचनशा, जो अभी नहीं आये है।
बरे में यह कहाजा रहा है कि उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया है लेकिन उनके इस्तीफे अभी स्वीकार नही किये गये है। मध्य प्रदेश विचानसभा में 222 सीटें है। इस समय भाजपा के पास 107 विधायक है, जो हरियाणकेमनेसर मेहै औरवह सोमवार कीसकहहीभोपालपहनेगेजासेवीसीचे विधानसभा की कार्रवाई में भाग लेगे। भाजपा ने अपने विचायको के लिए व्हिप जारी कर दिया है। इस बीच यह सकेत मिल रहे है कि कल होने वाले विश्वासमत में कमलनाथ सरकार का बच पान मुश्किल होगा क्योकि वर्तमान स्थिति को देखा जाए
तो कांग्रेस के पास 98 विवयक है। इनमे से सिधिवासमर्थक 16 विधायक भी शामिल है। इस तरह से कैवल82 विधायकहीकाग्रेसकेपासबचे हुए हैं। अन्यदलोया निर्दलीयों के समर्थन कासवाल है ते भाजाके 107 विचावकों के बाद विधानसभा में 115 विधायक बचते है,इनमे से दो सीटे रिक्त है। केवल 113 विधायक ही बचते हैं। 113 विचाकों में से 6 विधायकों के इस्तीफे मंजूर हो चुके है। इस तरह से 107 विधायक ही विधानसभा में शेष बकते हैं। अवपूरे 107 विधायकों का समर्थनकमलनाथको मिल पाना संभव नहीं होगा। इन्ही 107 विधायकों के बलवतेपरराज्यकीकाग्रेस सरकार शक्ति परीक्षण मे सफल होने का दावा कर रही है।
शक्तिपरीक्षणकानहीं विवयक है। इनमे से सिधिवासमर्थक 16 विधायक भी शामिल है। इस तरह से कैवल82 विधायकहीकाग्रेसकेपासबचे हुए हैं। अन्यदलोया निर्दलीयों के समर्थन कासवाल है ते भाजाके 107 विचावकों के बाद विधानसभा में 115 विधायक बचते है,इनमे से दो सीटे रिक्त है। केवल 113 विधायक ही बचते हैं। 113 विचाकों में से 6 विधायकों के इस्तीफे मंजूर हो चुके है। इस तरह से 107 विधायक ही विधानसभा में शेष बकते हैं। अवपूरे 107 विधायकों का समर्थनकमलनाथको मिल पाना संभव नहीं होगा। इन्ही 107 विधायकों के बलवतेपरराज्यकीकाग्रेस सरकार शक्ति परीक्षण मे सफल होने का दावा कर रही है। गुजरात में 5कांवोसी विधायकों ने दिया क्यों इस्तीफा मध्य प्रदेश के झटके के बाद गुजरात में कांग्रेसी विधयकों ने भी अपनी पार्टीको करारा झटका दिया है। राज्य के 5 विधायको ने इस्तीफा दे दिया है। राज्य के विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने इन पांचों विधायकों के इस्ती मंजूर कर लिये है।
इन विधायकों के नम मंगला गचित, जेवी काकड़िय, सौरा भाई पटेल आदि बतये ज रहे हैं। इन विधायकों के इस्तीफ के पीछे राज्यसभा चुनाव की राजनीति बताई जा रही है। राज्य विचानसभा में 180 विचायक है। इनमें से भाजपके पस 106 विचायक है और कांग्रेस के पस 74 विधायक है। राज्य में एक राज्यसभा सीट के लिए 37 विधायकों की आवश्यकता है। भाजाकी दो सीटो पर तथा कांग्रेस की दो सीटों पर जीत पही मनीजा रही थी। इस बीच कांग्रेस की ओर से जिस तरह से 5 विधवको नेइस्तीफेदेदिये हैं
उससे कांग्रेस की एक सीट हाथ से जती दिख रही है। कांग्रेसी विधायकों में और टूट-फूट होने की सभावनाओं को देखते हुए पार्टी ने अपने 3दर्जन से अधिक विधायकों को जयपुर भेज दिया है। अब यह काजा रहा है कि कांग्रेस केपसवे राज्यसभा सीटों के लिए निचरित 74 विधायकों में से 68 विधायक ही रह गये है। इस तरह से 37 विधायकों के बदजो 31 विचायक शेष रह जायेगे वे अपना वोट दूसरी वरीयता मे भाजपा प्रत्याशी को दे सकते है। इस तरह से दूसरी वरीयत के आधार पर भाजपरक रिसीट जीत सकती है।
भाजपा और कांग्रेस ने किये अपने-अपनेदावे मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के सोमवार के शक्ति परीक्षण को लेकर भाजपा और काग्रेसनेवरिष्ठ नेताओं ने अपने-अपने दावे किये हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री हरीश रावत ने दावा किया है कि मध्यप्रदेश में कमलनायकी सरकार विश्वासमा सफलापूर्वक सवित कर देगी और राज्य में पंवसालतककांग्रेसी सरकार चलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा जिस तरह का प्रपंच रक्कर कांग्रेस की सरकार को गिराना चाहती है, वो उसमें कामयाब नहीं हो पायेगी। दूसरी ओर भाजपा की ओर से केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेसी नेताओर्क दावेपर तजकसते हुए कहा किजिनके अपने ही लंगसथाछोह रहे है वे किसतरह से दावा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ना नम्बर हैं ना नम्बरदार, बिना खजाने के खगंवी बनने की कोशिश करने वाले बेमतलयका शोर मचा रहे है। इसके अलावावे और करभी क्या सकते हैं।